आज हम आपको गोस्वामी तुलसीदास जी की रचनाओं को एक ट्रिक के माध्यम से बताएंगे। इस ट्रिक को याद रखकर आप गोस्वामी तुलसीदास जी की प्रमुख रचनाओं को आसानी से याद रख सकते हैं।
ट्रिक - दो कवि राह में गीत गाते है।
दो दोहावली
कवि कवितावली
रा रामचरितमानस
ह हनुमान चालीसा
गीत गीतावली
कवि कवितावली
रा रामचरितमानस
ह हनुमान चालीसा
गीत गीतावली
दोहावली - गोस्वामी तुलसीदास जी की एक प्रसिद्ध रचना है, जो दोहे की रूप में लिखी गई है। इसमें धर्म, भक्ति, मोक्ष और जीवन के विभिन्न मुद्दों को व्यंग्यपूर्ण ढंग से प्रस्तुत किया गया है। यहाँ कुछ उनके प्रसिद्ध दोहे हैं -
- बिनु प्रेम बिनु गति भये, जग सुख नहिं अन्त काल अवसार बिनु परम पद पाये।
- जो संगि सह सहेजै तिन्ह को जग जाना। किन्ह कठोर कलेवर कपट कपटा भाना।।
- सत्य के हित अनेक बोले, असत्य के अहित कोई न दोले।
- गुरु को नाम बिनु ग्यान नहीं, देखि लिखि जानत जो बात।
- जैसे तिल में तेल है, ज्यों चकमक में आग।
- तेरा साईं तुझमें है, तू जाग सके तो जाग।
कवितावली- गोस्वामी तुलसीदास जी की प्रसिद्ध रचना है, जो कविताओं की एक संग्रह है। यह उनकी अन्य रचनाओं की तरह धार्मिक भावनाओं से भरी हुई है और इसमें भक्ति, धर्म, संस्कृति और जीवन के विभिन्न पहलुओं को बखूबी दर्शाया गया है।
रामचरितमानस - गोस्वामी तुलसीदास जी की महाकाव्य रचना है। यह एक धार्मिक ग्रंथ है जो भगवान राम के जीवन को बताता है। इस ग्रंथ में राम के जीवन के विभिन्न पहलू दिखाए गए हैं जिनमें उनकी बाल्य और युवावस्था, सीता हरण, राम-रावण युद्ध, राम और हनुमान का संवाद, लव-कुश का जन्म आदि शामिल हैं।रामचरितमानस में रामायण की कहानी को सुन्दर शब्दों में व्यक्त किया गया है जो उन लोगों को भी आसानी से समझ में आ सकती हैं जो संस्कृत नहीं जानते हैं। इस ग्रंथ को पढ़ने से एक व्यक्ति को आध्यात्मिक ज्ञान मिलता है और वह अपने जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए एक नेतृत्व भूमिका निभाने में सक्षम होता है।
रामचरितमानस - गोस्वामी तुलसीदास जी की महाकाव्य रचना है। यह एक धार्मिक ग्रंथ है जो भगवान राम के जीवन को बताता है। इस ग्रंथ में राम के जीवन के विभिन्न पहलू दिखाए गए हैं जिनमें उनकी बाल्य और युवावस्था, सीता हरण, राम-रावण युद्ध, राम और हनुमान का संवाद, लव-कुश का जन्म आदि शामिल हैं।रामचरितमानस में रामायण की कहानी को सुन्दर शब्दों में व्यक्त किया गया है जो उन लोगों को भी आसानी से समझ में आ सकती हैं जो संस्कृत नहीं जानते हैं। इस ग्रंथ को पढ़ने से एक व्यक्ति को आध्यात्मिक ज्ञान मिलता है और वह अपने जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए एक नेतृत्व भूमिका निभाने में सक्षम होता है।
हनुमान चालीसा - एक प्रसिद्ध हिंदू भजन है जो भगवान हनुमान की महिमा गाता है। यह चालीसा गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा लिखी गई है और भगवान हनुमान के भक्तों द्वारा रोजाना पाठ की जाती है। हनुमान चालीसा में भगवान हनुमान की उपासना करते हुए उनकी महिमा, शक्तियां और उनके लीलाओं का वर्णन किया गया है। इस चालीसा के पाठ से भगवान हनुमान की कृपा प्राप्त होती है जो भक्त को उनकी सहायता देती है।
यह चालीसा 40 दोहों से मिलकर बनी होती है और प्रत्येक दोहे का अंत में 'जय हनुमान ज्ञान गुण सागर' का दोहा होता है। यह चालीसा अनुष्ठान, प्रार्थना या भजन के रूप में सुना जा सकता है और इसे पढ़ने से भगवान हनुमान के आशीर्वाद से मन को शांति मिलती है।
गीतावली - गीतावली गोस्वामी तुलसीदास जी की एक प्रसिद्ध रचना है जो रामचरितमानस के बाद उनकी सबसे लोकप्रिय रचनाओं में से एक है। इसमें भगवान श्री राम और भगवान कृष्ण की लीलाओं, उनके भक्तों और उनकी महिमा का वर्णन है।
गीतावली में कुल 370 दोहे हैं जो बचन, भजन, आरती, दोहे आदि के रूप में पढ़ा जाता है। इसमें भक्ति के उद्देश्य से श्रद्धालु लोग अपने जीवन में धर्म, अहिंसा, आस्था, कर्मयोग और भक्ति जैसे मूल्यों को समझते हुए उसे अपने जीवन के मार्गदर्शन में लाते हैं।
गीतावली के दोहों में सुंदर काण्ड, श्री रामचरितमानस से ली गई कई पाठ-पृष्ठों की भांति सम्पूर्ण वेद, पुराण, रामायण, महाभारत और भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं से सम्बंधित ज्ञानवर्धक बातें हैं। यह एक बहुत ही मूल्यवान रचना है जो हमें सद्गुरु के अभिप्राय को समझने और उसे अपने जीवन में अमल में लाने की प्रेरणा देती है।
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