(1) ज्ञान को सक्रिय रूप से सरंचित करते हैं, जैसे-जैसे वे दुनिया में व्यवहार कौशल प्रयोग करते हैं तथा अन्वेषण करते हैं।
(2) प्रेक्षणात्मक अधिगम की प्रक्रिया का अनुसरण करते हैं हुए दूसरों का अवलोकन करके सीखते हैं।
(3) को अधिपन अनुक्रिया संबंधो के सावधानी पूर्वक नियंत्रण के द्वारा एक विशेष तरीके से व्यवहार करने के लिए अनुबंधित किया जा सकता है।
(4) को पुरस्कार एवं दंड के सिद्धांतों का प्रयोग करते हुए विशेष तरीके से व्यवहार करना एवं सीखना सिखाया जा सकता है।
उत्तर :- (1) ज्ञान को सक्रिय रूप से सरंचित करते हैं, जैसे-जैसे वे दुनिया में व्यवहार कौशल प्रयोग करते हैं तथा अन्वेषण करते हैं।
(1) शीर्षगामी ; अधोगामी
(2) अधोगामी ; शीर्षगामी
(3) अपरिष्कृत ( स्थूल ) चालक विकास ; परिष्कृत (शुक्ष्म) चालक विकास
(4) परिष्कृत (शुक्ष्म) चालक विकास ;अपरिष्कृत ( स्थूल ) चालक विकास
उत्तर :- (3) अपरिष्कृत ( स्थूल ) चालक विकास ; परिष्कृत (शुक्ष्म) चालक विकास ।
(1)किशोरावस्था
(2) मध्य बाल्यावस्था
(3) बाल्यावस्था की समाप्ति
(4)पूर्व क्रियात्मक अवधि
उत्तर :- (1) किशोरावस्था कहते हैं ।
(1) यंत्री उद्देश्य अभिविन्यास
(2) सामाजिक क्रम नियंत्रक अभिविन्यास
(3) दंड एवं आज्ञा पालक अभिविन्यास
(4) सार्वभौम नैतिक सिद्धांत अभिविन्यास
उत्तर :- (3) कोहलबर्ग के अनुसार वह बच्चा नैतिक समझ के दंड एवं आज्ञा पालक अभिविन्यास अवस्था के अंतर्गत आता है ।
(1) अहमकेंद्रित वार्ता
(2) व्यक्तिगत वार्ता
(3) भ्रांत वार्ता
(4) समस्यात्मक वार्ता
उत्तर :- (2) मौखिक संवाद जो बच्चे अपने आप से करते हैं उन्हें लेव वाइगोत्सकी व्यक्तिगत वार्ता कहता हैं ।
(1) विकसित जेंडर पहचान
(2) जेंडर रूढ़िवादिता
(3) जेंडर सिद्धांत
(4) जेंडर प्रसंगिकता
उत्तर :- (2) जनरल रूढ़िवादिता को प्रदर्शित करता है।
(1) उन्हें अस्वीकार करना चाहिए
(2) उसकी उपेक्षा करनी चाहिए
(3) उन पर ध्यान नहीं देना चाहिए
(4) उन्हें शामिल कर उनका संचय करना चाहिए।
उत्तर :- (4) एक प्रारंभ कक्षा कक्ष में एक बच्ची अपने साथ जो अनुभव लाती है शिक्षक को उन्हें कक्षा कक्ष में शामिल करना चाहिए।
(1) वह विद्यार्थियों के बीच तुलना को अधिकतम करें।
(2) वह विशेष संस्कृतियों / समुदाय के बच्चों को बढ़ावा दें।
(3) वह विद्यार्थियों के बीच सांस्कृतिक विभिनता तथा विविधताओं की अनदेखी करें।
(4) यह संप्रेषित करें कि वह कक्षा कक्ष में सभी संस्कृतियों का सम्मान करती है एवं महत्व देती है।
उत्तर :- (4) यह संप्रेषित करें कि वह कक्षा कक्ष में सभी संस्कृतियों का सम्मान करती है एवं महत्व देती है इस प्रक्रिया से बालकों में समानता का बोध होता उत्पन्न होता है।
(1) एकीकृत शिक्षा
(2) समावेशी शिक्षा
(3) पृथक्करण की शिक्षा
(4) मुख्यधारा शिक्षण
उत्तर : – (2) शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009 समावेशी शिक्षा पर बल देता हैं ।
(1) समावेशी शिक्षा
(2) मुख्यधारा शिक्षा
(3) विशेष शिक्षा
(4) बहुल सांस्कृतिक शिक्षा
उत्तर :-(1) समावेशी शिक्षा सभी बच्चों को एक नियमित विद्यालय व्यवस्था में समान शिक्षा देने की व्यवस्था की जाती है।
(1) शिक्षक कक्षा में होने वाली सभी घटनाओं व बच्चों को पूर्ण रूप से नियंत्रित करता है।
(2) वे पाठ्य पुस्तक में दिए गए तथ्य को याद करते हैं।
(3) वह विभिन्न गतिविधियों एवं कार्य में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं।
(4) वे श्यामपट्ट पर अध्यापक के द्वारा लिखी गए उत्तरों की नकल करते हैं।
उत्तर :- (3) बच्चे प्रभावी रूप से सीखते हैं जब वे विभिन्न गतिविधियों एवं कार्य में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं।
(1) पूछने के लिए प्रेरित करना चाहिए।
(2) पूछने के लिए हतोत्साहित करना चाहिए।
(3) पूछने की अनुमति नहीं देनी चाहिए।
(4) पूछने से रोकना चाहिए।
उत्तर :-(1) बच्चों को कक्षा में प्रश्न पूछने के लिए निरंतर प्रेरित करना चाहिए।
(1) कंठस्थ करण एवं स्मरण करना
(2) पुनरावृति एवं अभ्यास
(3) निर्देश एवं संचालन
(4) अन्वेषण एवं पारस्परिक क्रिया
उत्तर :- (1) कंठस्थ करण एवं स्मरण करना से अधिगम प्रक्रिया बाधित होती है।
(1) सीखने के लिए उत्सुक एवं प्रेरित रहते हैं।
(2) निश्चिंत हो जाते हैं तथा सीखने के लिए किसी भी तरह का प्रयास करना बंद कर देते हैं।
(3) किसी भी रूप में प्रभावित नहीं होते हैं।
(4) का उत्साह भंग हो जाता है तथा हुए दबाव में आ जाते हैं।
उत्तर :- (1) जब शिक्षक को विद्यार्थियों एवं उनकी योग्यताओं के बारे में सकारात्मक विश्वास होता है तब बालक सीखने के लिए उत्सुक तथा प्रेरित हो जाते हैं।
(1) प्रदर्शित करती है कि बच्चे कितने लापरवाह है।
(2) बार-बार अभ्यास करने के लिए कह कर तुरंत सुधार देनी चाहिए।
(3) अधिगम का एक भाग है तथा उनके विचारों में एक अंतर्दृष्टि होती है।
(4) शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में महत्वहीन है।
उत्तर : –(3) बच्चों की गलतियां अधिगम का एक भाग है तथा उनके विचारों में एक अंतर्दृष्टि होती है शिक्षक को इसे स्वीकार करना चाहिए।
(1) एक अलग गतिविधि के रूप में लेना चाहिए।
(2) शिक्षण अधिगम प्रक्रिया का एक भाग होना चाहिए।
(3) केवल नंबरों के संदर्भ में करना चाहिए।
(4) वस्तुनिष्ठ प्रकार की लिखित कार्य पर आधारित होना चाहिए।
उत्तर :-(2) मूल्यांकन को शिक्षण अधिगम प्रक्रिया का एक भाग होना चाहिए।
(1)एक सक्रिय एवं सामाजिक प्रक्रिया
(2) एक निष्क्रिय एवं व्यक्तिगत प्रक्रिया
(3) जानकारी के अर्जन की प्रक्रिया
(4) अनुभव के परिणाम के रूप में व्यवहार में एक परिवर्तन होने की प्रक्रिया
उत्तर :- (1) एक सक्रिय एवं सामाजिक प्रक्रिया हैं ।
” जो विद्यार्थी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं, । वह अच्छा महसूस नहीं करते हैं, कि ” पर्याप्त रूप से अच्छे नहीं है । और हतोत्साहित महसूस करते हैं , तब उनमें बिना प्रयास के कार्य को आसानी से छोड़ देने की संभावना है ” ।
(1) संज्ञान एवं संवेग अलग नहीं हैं
(2) संज्ञान और संवेग संबंधित नहीं है
(3) अनुवांशिकता एवं पर्यावरण अलग नहीं है
(4) आनुवंशिकता एवं पर्यावरण संबंधित नहीं है
उत्तर :- (1) संज्ञान एवं संवेग अलग नहीं हैं ।
(1) पाठ्यपुस्तक के सभी प्रश्नों को व्यवस्थित तरीके से समाधान लिखकर।
(2) पाठ्य पुस्तक से एक ही प्रकार के प्रश्नों के उत्तर के अभ्यास के लिए उन्हें पर्याप्त मात्रा में अवसर प्रदान करके।
(3) पाठ्य पुस्तक में दी गई सूचनाओं के कंट्री करण करने पर बल देकर।
(4) बच्चों को समस्या के बारे में शहजानुभूत अनुमान लगाने एवं बहु विकल्पों के देखने के लिए प्रोत्साहित करके।
उत्तर :- (4) बच्चों को समस्या के बारे में शहजानुभूत अनुमान लगाने एवं बहु विकल्पों के देखने के लिए प्रोत्साहित करके।
(1) निगमनात्मक विधि
(2) अधिगमकर्ता केंद्रित अधीगम
(3) परंपरागत विधि
(4) अंतव्यक्तिक बुद्धि ( लर्निंग सेंटर्ड मेथड )
उत्तर :- (2) अधिगमकर्ता केंद्रित अधीगम ।
(1) वर्तुल प्रतिक्रिया
(2) लक्षित निर्देशित विभाग
(3) विलंबित अनुकरणविलंबित
(4) विचारों की अनुत्क्रमणीयता
उत्तर :- (4) विचारों की अनुत्क्रमणीयता ।
(1) एक सामाजिक गतिविधि है
(2) एक व्यक्तिगत गतिविधि है
(3) एक निष्क्रिय गतिविधि है
(4) एक अनुबंधित गतिविधि है
उत्तर : – (1) लेव वाइगोत्सकी के अनुसार अधिगम एक सामाजिक गतिविधि है।
(1) छोटे वयस्कों के रूप में
(2) निष्क्रिय अनु कारकों के रूप में
(3) सक्रिय अन्वेषकों के रूप में
(4) खाली स्लेट के रूप में
उत्तर :- (3) सक्रिय अन्वेषकों के रूप में देखता हैं ।
(1) सभी बच्चे सीखने के लिए स्वभाविक रूप से प्रेरित होते हैं और सीखने में सक्षम है
(2) बच्चों को अधिगम हेतु प्रेरित करने के लिए उन्हें प्रेरित एवं दंडित करना होता है
(3) बच्चों की सामाजिक – आर्थिक पृष्टभूमि उनकी प्रेरणा एवं अधिगम अक्षमता को निर्धारित अवश्य व्यक्त करती है
(4) बच्चों को सीखने के लिए अभिप्रेरणा तथा सीखने के लिए उनकी क्षमता केवल अनुवांशिकता के द्वारा पूर्व निर्धारित है
उत्तर :- (1) सभी बच्चे सीखने के लिए स्वभाविक रूप से प्रेरित होते हैं और सीखने में सक्षम है।
(1) परिवार
(2) विद्यालय
(3) सरकार
(4) मिडिया
उत्तर :- (1) परिवार प्राथमिक समाजीकरण का माध्यम है।
(1) एक जैविक निर्धारक है
(2) एक मनोवैज्ञानिक सत्ता है
(3) एक आर्थिक अवधारणा है
(4) एक सामाजिक संरचना है
उत्तर :- (4) जेंडर एक सामाजिक संरचना है।
(1) बच्चों की सोच वयस्कों से भिन्न होती है
(2) बच्चों की सोच वयस्कों से बेहतर होती है
(3) बच्चों की सोच गुणात्मक रूप में वयस्कों से भिन्न होती है
(4) बच्चों की सोच मात्रात्मक रूप मे वयस्कों से भिन्न होती हैं
उत्तर :- (3) बच्चों की सोच गुणात्मक रूप में वयस्कों से भिन्न होती है।
(1) बुद्धि अभिसारी रूप से सोचने की योग्यता है।
(2) बुद्धि एक अनुवांशिक विशेषक है जिसमे मानसिक गतिविधि जैसे स्मरण एवं तर्क शामिल होती है।
(3) बुद्धि बहुआयामी है जिसे बुद्धि परीक्षणों के द्वारा पूर्ण रूप से परिमेय न की जाने वाली कई योग्यता शामिल है।
(4) बुद्धि अनुभव के परिणाम के रूप में व्यवहार में एक अपेक्षाकृत स्थाई परिवर्तन है।
उत्तर :- (3) बुद्धि बहुआयामी है जिसे बुद्धि परीक्षणों के द्वारा पूर्ण रूप से परिमेय न की जाने वाली कई योग्यता शामिल है।
(1) शारीरिक, संज्ञानात्मक, सामाजिक और संवेगात्मक
(2) संवेगात्मक, बौद्धिक, आध्यात्मिक एवं स्व
(3) सामाजिक, शारीरिक, व्यक्तित्व, स्व
(4) शारीरिक, व्यक्तित्व, आध्यात्मिक एवं संवेगात्मक
उत्तर :- (1) शारीरिक, संज्ञानात्मक, सामाजिक और संवेगात्मक ।